20-Feb-2022- महाविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार अचीवमेण्ट@75 का समापन

देवनागरी महाविद्यालय, गुलावठी, बुलन्दशहर में चल रहे दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार अचीवमेण्ट@75 का समापन हो गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि मां शाकुम्भरी विश्वविद्यालय, सहारनपुर के कुलपति प्रोफेसर एच0एस0 सिंह ने कहा कि भारत ने अन्तरिक्ष, अर्थव्यवस्था, विज्ञान के क्षेत्र में अनेक उपलब्धियाँ हासिल की हैं। स्वतंत्रता के समय में एक बेहद पिछड़े स्तर पर शुरुआत करने वाला देश विभिन्न क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बन चुका है। यह देश के योग्य नेतृत्व के कारण ही संभव हुआ है। सामाजिक न्याय तथा अधिकारिता मंत्रालय में अनुसचिव पारस कुमार के कहा कि सरकार विकास में सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयासरत है।

इसके पूर्व तृतीय सत्र की अध्यक्षता कर रहे चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कला संकाय के डीन प्रो0 नवीन चन्द्र लोहानी ने कहा कि युवाओं को अपनी भाषा में ज्ञान तथा विज्ञान का सृजन करना होगा तभी वे राष्ट्रीय तथा अन्तर-राष्ट्रीय स्तर पर स्टार्टअप करने के लिए तैयार हो पाएंगे।
चतुर्थ सत्र का बीज वक्तत्व देते हुए जेएनयू के डॉ0 प्रवेश कुमार ने कहा कि भारतीय ज्ञान परम्परा में विवेकानन्द ने युवाओं को जगाने तथा प्रेरित करने का काम किया। सत्र की अध्यक्षता कर रहे चौ0 चरण सिंह विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो0 अतवीर सिंह ने कहा कि हमें समावेशी विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए न केवल आर्थिक क्षेत्र में बल्कि सामाजिक न्याय के क्षेत्र में महिलाओं तथा वंचित वर्गों की बराबरी की भागीदारी सुनिश्चित करनी पडेगी।

प्राचार्य प्रो0 योगेश कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया तथा सेमिनार के सफल आयोजन के लिए आयोजन समिति को बधाई दी। सेमिनार का प्रतिवेदन आयोजन समिति के सचिव पीयूष त्रिपाठी ने पढ़ा। आभार ज्ञापन संयोजक सेमिनार के संयोजक डॉ0 पुष्पेन्द्र कुमार मिश्र ने किया। ऑनलाइन सत्रों का संचालन डॉ विनय कुमार सिंह ने किया।

इस अवसर पर वीरेन्द्र सिंह लौर, सुनील गोयल, सत्य प्रकाश त्रिपाठी, डॉ0 अवधेश कुमार सिंह, संदीप कुमार सिंह, भवनीत सिंह बत्रा, विनीता गर्ग, अतुल तोमर, डॉ0 महेन्द्र कुमार, नवीन तोमर, कृष्ण कुमार, अमित कुमार, हरिदत्त शर्मा, नरेश कुमार, भूपेन्द्र कुमार, अंकित गोयल आदि उपस्थित रहे।