देवनागरी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गुलावठी की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय शिविर के चौथे दिन का शुभारंभ प्रांगण की साफ सफाई से की गई। स्वयंसेवक और स्वयंसेविकाओं ने प्रांगण में पौधों की क्यारियों की गुड़ाई की और पौधों को पानी दिया। आज के कार्यक्रम की थीम ‘चुप्पी तोड़ो’ विषय पर काजल यादव ने ‘जीवन है संघर्ष फिर मुश्किलों की परवाह नहीं, रिया गिरि ने ‘चुप्पी तोड़ो कहीं तुम्हारी चुप्पी को कमजोरी न समझ बैठे, प्रिया शर्मा ने ‘आज नहीं तो कभी नहीं, बढ़कर बोलो हक से बोलो, कविता के माध्यम से स्वयंसेविकाओं को अपनी चुप्पी तोड़ने के लिए प्रेरित किया। आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. देवकीनंदन शर्मा, पूर्व प्राचार्य देवनागरी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गुलावठी ने स्वयंसेवक और स्वयंसेविकाओं को राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्यों के अनुरूप कार्य करते हुए समाज को जाग्रत करने का आह्वान किया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पुष्पेंद्र कुमार मिश्र ने स्वयंसेविकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने अधिकारों के प्रति सजग रहकर अपनी आवाज उठानी चाहिए। कार्यक्रम अधिकारी अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि जब तक हम अपने अधिकारों के लिए बोलेंगे नहीं तब तक हमें अपने अधिकार नहीं मिल पाएंगे। मेरठ विश्वविद्यालय मेरठ शिक्षक संघ के नव निर्वाचित संयुक्त सचिव श्री पीयूष त्रिपाठी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम सह अधिकारी संदीप कुमार सिंह ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
इससे पूर्व महाविद्यालय में हुए एक अन्य कार्यक्रम में मेरठ विश्वविद्यालय अध्यापक संघ (मूटा) के निर्वाचन में संयुक्त सचिव पद पर विजयी हुए महाविद्यालय में राजनीति विज्ञान के असिस्टेन्ट प्रोफेसर पीयूष त्रिपाठी का भव्य स्वागत तथा अभिनंदन हुआ। इस अवसर पर अपने विचारों को रखते हुए प्राचार्य प्रोफेसर योगेश कुमार त्यागी ने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को प्राध्यापकों की समस्याओं को गंभीरता से लेने और उनके निराकरण के लिए जी जान से जुटने का संदेश दिया। महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉक्टर महेंद्र कुमार ने पीयूष त्रिपाठी की विजय को समस्त महाविद्यालय परिवार की विजय के रूप में रेखांकित किया। महाविद्यालय शिक्षक संघ के सभी सदस्यों ने इस अवसर पर पीयूष त्रिपाठी को बधाई दी नवनिर्वाचित संयुक्त सचिव ने इस समारोह में धन्यवाद देते हुए शिक्षकों की समस्याओं को उचित मंच पर उठाने तथा किसी भी समस्या के समय उनसे तत्काल संपर्क किए जाने का सुझाव दिया।
कार्यक्रम में डॉ. ममता शर्मा, अतुल तोमर , विनीता गर्ग, डॉ. महेंद्र कुमार, डॉ. विनय कुमार सिंह, नरेश कुमार आदि शिक्षक उपस्थित रहे।