देवनागरी महाविद्यालय गुलावठी के संस्कृत विभाग द्वारा संस्कृत श्लोक-वाचन-प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में छात्रों ने अलग अलग छंदों में श्लोक सुनाये। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. ममता शर्मा ने की। बीए तृतीय वर्ष की छात्रा दिव्या भारद्वाज ने शिव-ताण्डव स्तोत्र सुनाया। राजनीति विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ पुष्पेन्द्र मिश्र ने शिवलिंगाष्टकम् प्रस्तुत किया। पीयूष त्रिपाठी ने शकुन्तला विदाई का पद्य सुनाया। कॉलेज प्राचार्य डॉ योगेश त्यागी ने कहा कि ऋषि मुनियों ने संस्कृत श्लोकों में सभी जीवनोपयोगी बातें लिखी हैं। डॉ. ममता शर्मा ने संस्कृत को ज्ञान व विज्ञान की भाषा बताया। कार्यक्रम के संयोजक हरिदत्त शर्मा ने कहा कि संस्कृत के श्लोक सम्पूर्ण मानवता के कल्याण व विकास को ध्यान में रखकर लिखे गए हैं। संस्कृत प्रतियोगिता में दिव्या भारद्वाज ने प्रथम, अंकिता मलिक ने द्वितीय तथा राधिका ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में विनिता गर्ग, डाॅ अवधेश कुमार सिंह, संदीप कुमार सिंह, भवनीत सिंह बत्रा, नरेश कुमार तथा डॉ. विनय कुमार सिंह उपस्थित रहे।