05-Sep-2022- शिक्षक दिवस के अवसर पर देवनागरी महाविद्यालय गुलावठी में शिक्षा में योगदान देने पर शिक्षकों को सम्मानित किया गया

देवनागरी महाविद्यालय गुलावठी बुलंदशहर में शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट कार्य तथा शिक्षा में योगदान देने पर प्राचार्य प्रोफेसर योगेश कुमार त्यागी द्वारा सम्मानित किया गया। प्राचार्य कक्ष में एक औपचारिक बैठक में को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि महाविद्यालय का प्रत्येक शिक्षक अपनी पूरी दक्षता एवं कार्य क्षमता से महाविद्यालय की उन्नति में योगदान दे रहा है । आज यह दिवस उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि समस्त शिक्षक इसी प्रकार तन्मयता से संस्था के हितों को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देते रहेंगे।

शिक्षक दिवस के अवसर पर उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग प्रयागराज द्वारा चयनित तथा इसी शिक्षण सत्र में कार्यभार ग्रहण करने वाले असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ हरीश कुमार कसाना, शशि कपूर तथा श्याम प्रकाश का अभिनंदन समारोह भी आयोजित किया गया। ये तीनों शिक्षक अपने सम्मान समारोह से अभिभूत दिखे।

इस अवसर पर अतुल तोमर तथा डॉ विनीता गर्ग ने सर्वपल्ली राधाकृष्णन के व्यक्तित्व और कृतित्व को याद किया। डॉ महेंद्र कुमार ने कहा की राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। डॉ पुष्पेंद्र कुमार मिश्र ने नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के विभिन्न पहलुओं को रेखांकित किया। डॉ अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षकों की भूमिका अपने विद्यार्थियों को जीवन की किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार करने के लायक बनाने में है।


पीयूष त्रिपाठी ने कहा की शिक्षकों के समवेत प्रयास से ही शिक्षण का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। हरिदत्त शर्मा ने वैदिक वांग्मय के समय से ही शिक्षकों की भूमिका पर प्रकाश डाला। संदीप कुमार सिंह ने कविता पाठ करके शिक्षकों का आभार ज्ञापन किया।


भवनीत सिंह बत्रा ने कहा की वर्तमान समय में शिक्षकों की भूमिका एक मेंटर की हो गई है। डॉ विनय कुमार सिंह ने कहा कि तकनीकी प्रधान युग में शिक्षकों को वैज्ञानिक शोध पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। नरेश कुमार ने आत्म अनुशासन पर जोर दिया। कृष्ण कुमार ने सामाजिक आंदोलनों में शिक्षकों की भूमिका को याद किया। अमित कुमार ने कहा कि वर्तमान में शिक्षकों को अधिक तकनीकी ज्ञान से लैस होने की जरूरत है।