दिनांक 23 दिसंबर, 2022 को किसान दिवस के शुभ अवसर पर देवनागरी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गुलावठी, बुलंदशहर के शारीरिक शिक्षा विभाग द्वारा एकदिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो0 योगेश कुमार त्यागी चौधरी चरण सिंह द्वारा किसानों के हित में किये गए कार्यों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपना सर्वस्व जीवन समर्पित कर दिया।
वेबिनार के मुख्य वक्ता चौधरी चरण सिंह राजकीय महाविद्यालय, छपरौली के प्राचार्य प्रो0 प्रतीत कुमार ने बताया कि उनका जन्म एक मध्यवर्गीय किसान परिवार में हुआ था। ब्रिटिश काल में भूमि संबंधी बने क़ानूनों की विसंगतियों को प्रत्यक्ष रूप से देख चुके थे। उनके पिता को भी उनकी भूमि से बेदखल कर दिया गया था। उन्होंने उनके द्वारा किए गए गए कार्यों को रेखांकित करते हुए कहा कि अप्रैल 1939 में इनके द्वारा बनाये गए लैण्ड यूटिलाइजेशन एक्ट जमीदारी उन्मूलन एवं भूमि सुधार कार्यक्रमों में सहायक सिद्ध हुआ। इनके सहयोग से ही विलेज एक्ट बना जिसके आधार पर किसान एवं मजदूर जिस भूखण्ड पर रहते थे रहते थे, वे उसके स्वामी बने। जबकि पहले उस भूखण्ड का स्वामी जमीदार होता था। किसानों की जमीन में पटवारियों की भूमिका को समाप्त करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने जमीदारी प्रथा एवं भूमि सुधार संबंधी अनेक पुस्तकें भी लिखीं। कार्यक्रम का संचालन शारीरिक शिक्षा विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर नवीन तोमर ने तथा डॉ. अवधेश कुमार सिंह ने मुख्य वक्ता एवं अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर डॉ. पुष्पेंद्र कुमार मिश्र, पीयूष त्रिपाठी, डॉ. मोनू सिंह, संदीप कुमार सिंह, भवनीत सिंह बत्रा,हरिदत्त शर्मा, डॉ. विनीता, डॉ. महेंद्र कुमार, डॉ. हरीश कुमार कसाना, विनय कुमार सिंह, कृष्ण कुमार, शशि कपूर, अमित कुमार तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे