देवनागरी स्नातकोत्तर महाविद्यालय गुलावठी में आजादी का अमृत महोत्सव अभियान के अंतर्गत ‘देश की एकता तथा अखंडता में सिविल सेवा की भूमिका विषय’ पर एक वेबीनार का आयोजन किया गया। वेबिनार की अध्यक्षता विनीता गर्ग असिस्टेन्ट प्रोफेसर, रसायन शास्त्र विभाग ने की
वेबिनार को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता राहुल त्रिपाठी, वाणिज्य कर अधिकारी, जनपद गाजियाबाद ने देश की एकता तथा अखंडता में सिविल सेवा की भूमिका का ऐतिहासिक विश्लेषण किया। उन्होंने देश के विभाजन, शरणार्थी समस्या, भारत की कृषि के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता, आर्थिक नियोजन, सामुदायिक विकास कार्यक्रम, पंचायती राज तथा कोरोना महामारी के संदर्भ में नौकरशाही की भूमिका तथा कार्य और व्यवहार की चर्चा की। उन्होंने भारत की एकता तथा अखंडता के संबंध में भौगोलिक एकता, सामाजिक एकता, भावनात्मक एकता तथा सांस्कृतिक एकता के आधार पर भारत के एकीकरण का खाका खींचा। उन्होंने वर्तमान भारत के विकास में सिविल सेवा के योगदान को रेखांकित करने के साथ ही नकारात्मक बिंदुओं से भी विद्यार्थियों का परिचय कराया।
इस अवसर पर अपने बधाई संदेश में प्राचार्य प्रोफेसर योगेश कुमार त्यागी ने कहा कि वर्तमान समय में नौकरशाही नियामक की भूमिका को त्याग कर सेवा प्रदाता की भूमिका को अपना रही है। लोक कल्याणकारी भारत का भविष्य भारत की कुशल नौकरशाही के हाथों में सुरक्षित है।
इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय संबोधन में विनीता गर्ग ने नीति निर्माण में नौकरशाही की भूमिका तथा आपदा प्रबंधक के रूप में नौकरशाही से विद्यार्थियों का परिचय कराया।
संयोजक पीयूष त्रिपाठी ने नौकरशाही की व्यवहारिक समस्याओं को रेखांकित करते हुए बताया कि नियमों पर अधिक बल देने से कार्यप्रणाली तीव्र होने के स्थान पर शिथिल हो जाती है।
मुख्य वक्ता का परिचय डॉ पुष्पेंद्र कुमार ने दिया । वेबिनार में भवनीत सिंह बत्रा, संदीप कुमार सिंह, डॉ विनय कुमार सिंह, नरेश कुमार, नवीन कुमार डॉ. अमित भूषण द्विवेदी, डॉ एकता पांडेय सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थियों की भागीदारी रही।