21-May-2022- आतंकवाद निरोधक दिवस के अवसर पर ‘मानव सुरक्षा, राष्ट्रवाद और आतंकवाद: समकालीन परिप्रेक्ष्य’ शीर्षक पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन

दिनांक 21-मई-2022 को देवनागरी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गुलावठी के राजनीति विज्ञान विभाग एवं राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव तथा मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत आतंकवाद निरोधक दिवस के अवसर पर मानव सुरक्षा, राष्ट्रवाद और आतंकवाद: समकालीन परिप्रेक्ष्य शीर्षक पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता प्राचार्य प्रो. योगेश कुमार त्यागी ने की जबकि वेबिनार के मुख्य वक्ता प्रो. उदय प्रताप सिंह, प्राचार्य, लाजपत राय महाविद्यालय, साहिबाबाद (गाजियाबाद) रहे।

इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्य योगेश कुमार त्यागी ने कहा कि आतंकवाद भारत के समक्ष एक बड़ी चुनौती है, जिसका सामना हम सबको मिलजुल कर करना चाहिए।

इस अवसर पर अपने उद्बोधन में मुख्य वक्ता प्रोफेसर उदय प्रताप सिंह मानव सुरक्षा की अवधारणा को रेखांकित किया। उन्होंने राष्ट्रवाद के माध्यम से भारतीय एकता तथा अखंडता में विद्यार्थियों द्वारा किये जाने वाले योगदान पर भी प्रकाश डाला।

मुख्य वक्ता ने देश में चल रहे आतंकवाद के विभिन्न आयामों और परिप्रेक्ष्य का विवरण देते हुए बताया कि भारत अनेक प्रकार के आतंकवाद से पीड़ित है। उन्होंने आतंकवादियों तथा आतंकवादी गतिविधियों में पीड़ित लोगों के मानवाधिकारों की चर्चा करते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति आवश्यक है।

इस अवसर पर विषय को प्रस्तुत करते हैं सेमिनार संयोजक पुष्पेंद्र कुमार मिश्र ने कहा कि भारत पड़ोसी देशों द्वारा चलाए जा रहे आतंकवाद के कारण इस समस्या से जूझ रहा है। उन्होंने अफगानिस्तान में सोवियत हस्तक्षेप के बाद उभरी परिस्थितियों तथा 90 के दशक में कश्मीर में पनपे आतंकवाद की चर्चा की।

देवनागरी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गुलावठी तथा लाजपतराय महाविद्यालय साहिबाबाद के बीच अकादमिक आदान-प्रदान को लेकर हुए समझौते ज्ञापन के बाद यह वेबिनार दोनो महाविद्यालयों का पहला संयुक्त कार्यक्रम था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि का परिचय राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ अवधेश कुमार सिंह ने दिया जबकि धन्यवाद ज्ञापन भवनीत सिंह बत्रा ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर डीएन कॉलेज गुलावठी, लाजपत राय कॉलेज साहिबाबाद के अतिरिक्त विभिन्न महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के 200 से अधिक विद्यार्थियों, शोधार्थियों तथा प्राध्यापकों ने कार्यक्रम में सहभागिता की। कार्यक्रम के संचालन में पीयूष त्रिपाठी, संदीप कुमार सिंह, डॉ विनय कुमार सिंह आदि ने सहयोग प्रदान किया।