आज दिनांक 27.01.2023 को डी एन कॉलेज गुलावटी बुलंदशहर में नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत परीक्षा एवम् मूल्यांकन को सुगम एवम पारदर्शी बनाने हेतु एक ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया। वर्कशॉप की थीम ‘परीक्षा प्रबंधन हेतु श्रेष्ठतम अभ्यास’ रखी गई । कार्यशाला की अध्यक्षता कॉलेज प्राचार्य प्रो योगेश कुमार त्यागी ने की। अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्य जी ने कहा कि इस कार्यशाला के द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 के समुचित क्रियान्वयन हेतु नियम निर्देशों का अनुपालन उचित ढंग से सीख पाएंगे । नई शिक्षा नीति 2020 में छात्रों के भावी प्रश्नों का नीतिगत निवारण करने में सुगमता प्राप्त होगी। यह कार्यशाला सभी प्रोफेसर्स एवम् छात्रों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी ।
कार्यशाला में छात्रों की परीक्षा संबंधी व्यवस्था यथा – बाह्य परीक्षा,आंतरिक परीक्षा, प्रयोगात्मक परीक्षा, मेजर तथा माइनर परीक्षा की संरचना तथा उत्तीर्ण होने की पूर्ण प्रक्रिया को क्रमश: समझाया गया। कार्यशाला में स्पष्ट किया गया कि नई शिक्षा नीति 2020 पूर्णतः पारदर्शी है। इसको पूर्णरूप से समझने की आवश्यकता है। नई शिक्षा नीति के तहत निर्मित सभी पाठ्यक्रम भविष्य का युवा तैयार करते हैं । नई शिक्षा नीति का मूल उद्देश्य शिक्षा को रोजगारपरक बनाना है।
कार्यशाला में सभी प्रोफेसर्स ने विविध प्रश्नों के द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 को अच्छे से समझा ।
अभ्यर्थियों को तृतीय सेमेस्टर में प्रवेश लेने के लिए कम से कम 23 क्रेडिट में पास होना होगा तथा तीन मेजर विषयों में कम से कम 18 क्रेडिट लाना होगा। कोई भी सेमेस्टर को छोड़ देने या फेल होने की दशा में ईयर बैक देना होगा। किसी विषय अथवा प्रैक्टिकल में फेल होने अथवा अंक सुधार के लिए अगले वर्ष सेमेस्टर परीक्षा के साथ दी जा सकती है। किसी विषय में पास होने के लिए थ्योरी तथा प्रैक्टिकल में अलग अलग पास होना आवश्यक है।
कार्यशाला का आयोजन कॉलेज के प्रोफेसर प्रो भवनीत सिंह बत्रा तथा प्रो शशि कपूर ने किया । कार्यशाला में कॉलेज के प्रोफेसर्स सर्वश्री अतुल तोमर, डॉ विनीता गर्ग, डॉ महेंद्र कुमार, डॉ पी के मिश्र, डॉ अवधेश कुमार सिंह, पीयूष त्रिपाठी, हरिदत्त शर्मा, डॉ संदीप कुमार सिंह, डॉ विनय कुमार सिंह, नरेश कुमार, कृष्ण कुमार, नवीन तोमर, डॉ हरीश कसाना,शशि कपूर, श्याम प्रकाश, डॉ अमित कुमार, दीपांशु एवम् मुस्कान उपस्थित रहे।