15-Mar-2023- राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय शिविर के तीसरे दिन को योग दिवस के रूप में मनाया गया

दिनांक 15 फरवरी 2023 को डी एन कॉलेज गुलावठी की एन एस एस शाखा के बी आर इंटरनेशनल स्कूल अट्टा में चल रहे सात दिवसीय शिविर के तीसरे दिन योग दिवस के रूप में मनाया गया। योग अभ्यास हेतु अग्रसेन कॉलेज सिकंदराबाद के सेवानिवृत प्रो सुरेंद्र सौरभ जी तथा आई टी एस इंजीनियरिंग कॉलेज गौतम बुध नगर के कंप्यूटर साइंस के प्रो कुलदीप सिंह का आगमन हुआ । अपने संबोधन में प्रो सुरेंद्र सौरभ जी ने स्वयं सेवकों को योग के वैदिक सार से अवगत कराया है। योग समाज को जोड़ता है । योग को जीवन में अपनाने वाला व्यक्ति सकारात्मक विचारों से जुड़ता है। शिविर की थीम बनो योगी रहो निरोगी को अपने संबोधन में उन्होंने सराहा । डॉ कुलदीप मलिक जी अपने संबोधन में योग को जनमानस से जोड़कर व्याख्यायित किया। योग मानव जीवन में मनुष्यता का पोषक है। योग के द्वारा छात्र जीवन में आत्मनिर्भरता, स्वावलंबन, चारित्रिक उत्कर्ष, नैतिकता आदि गुण का विकास होता है।

शिविर के द्वितीय सत्र में श्री माधव कॉलेज ऑफ एजुकेशन हापुड़ की प्रो मोहिनी सैनी तथा वूमन हेल्प डेस्क की संयोजक डॉ रानी जी ने पर्यावरण संरक्षण में समाज की भूमिका तथा  समाज की पर्यावरण संरक्षण में भूमिका पर बल दिया । अपने संबोधन में डॉ रानी जी अमृत तालाब की आधारभूत संरचना के विषय में जानकारी दी । सरकार की अमृत सरोवर योजना के संबंध में जानकारी दी ।

  • जल संरक्षण के तरीके तथा
  • जल संरक्षण के उपाय जैसे –
  • वृक्षारोपण,रिसाव व वाष्पीकरण रोकना।
  • जल संरक्षण कैसे किया जा सकता है?

अपने संदेश में प्राचार्य प्रो योगेश कुमार त्यागी ने कहा कि महाविद्यालय ने काली नदी के पुनर्जीवन के लिए सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर लिया है तथा एनएसएस के स्वयंसेवकों के माध्यम से इस काम में शीघ्रता लाई जाएगी।

जल को देशीय वृक्ष-रोपण कर तथा आदतों में बदलाव लाकर भी संचित किया जा सकता है, मसलन- झरनों को छोटा करना तथा ब्रश करते वक़्त पानी का नल खुला न छोड़ना आदि। जल संरक्षण का अर्थ है जल के प्रयोग को घटाना एवं सफाई, निर्माण एवं कृषि आदि के लिए अवशिष्ट जल का पुनःचक्रण (रिसाइक्लिंग) करना आदि विषयों पर मूल्यवान सूचना दी । कार्यक्रम का संचालन गुंजन तथा रिया यादव ने किया । कार्यक्रम में कार्यक्रम अधिकारी डॉ अवधेश कुमार सिंह, डॉ हरीश कसाना, प्रो नवीन तोमर जी, प्रो भवनीत सिंह बत्रा जी तथा समस्त स्वयं सेवक उपस्थित रहे।