देवनागरी स्नातकोत्तर महाविद्यालय गुलावठी ,बुलंदशहर में अर्थशास्त्र विभाग द्वारा “डॉ.अंबेडकर के विचारों की वर्तमान प्रासंगिकता “विषय पर एक व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रो0 योगेश कुमार त्यागी ने कहा कि डॉ आंबेडकर सामाजिक न्याय तथा आर्थिक समानता के पक्षधर थे। उन्होंने महिलाओं तथा वंचित समूहों को समाज की मुक्ति के लिए शिक्षा पर जोर दिया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता समाजशास्त्र विभाग के सहायक आचार्य पशशि कपूर ने समाज में होने वाली सभी घटनाओं एवं उनसे संबंधित सभी क्षेत्रों में डॉ अंबेडकर के विचार और कार्यों का व्याख्यान किया। विशिष्ट अतिथि कृष्ण कुमार ने बताया कि अंबेडकर ने गरीब महिलाओं और दलितों के लिए सर्वाधिक काम किया। विशिष्ट अतिथि डॉ विनीता ने जाति प्रथा को अभिशाप बताया और कहा कि यह व्यवस्था समाज को खोखला करती है। विशिष्ट अतिथि डॉ महेंद्र कुमार ने कहा कि अंबेडकर की रचनाएं विश्व की सभी पुस्तकालयों में उपलब्ध है।
विशिष्ट अतिथि हिंदी विभाग के सहायक आचार्य प्रो हरीश कसाना ने कहा कि डॉ अंबेडकर एक ऐसे व्यक्ति थे जो मरणोपरांत भी हम सबके बीच जीवित हैं। उनके कार्य उनके विचार हम सब को प्रेरित एवं प्रोत्साहित करते हैं।
व्याख्यानमाला के संयोजक अर्थशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर श्री भवनीत सिंह बत्रा ने सभी शिक्षक साथियों एवं छात्रों का धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर पीयूष त्रिपाठी, संदीप कुमार सिंह, नरेश कुमार, नवीन तोमर,अमित कुमार, एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।