01-Mar-23- राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई का तृतीय एक दिवसीय शिविर का आयोजन

देवनागरी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गुलावठी की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई का तृतीय एक दिवसीय शिविर का आयोजन देवनागरी इंटर कालेज के खेल मैदान में लगाया गया। शिविर के प्रथम सत्र में स्वयंसेवक एवं स्वयंसेविकाओं द्वारा खेल के मैदान की साफ सफाई की गई।
द्वितीय सत्र में जल संरक्षण पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्राचार्य प्रो. योगेश कुमार त्यागी ने स्वयंसेवक एवं स्वयंसेविकाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम सभी की जिम्मेदारी है कि जल संरक्षित करने में अपना योगदान दें। महाविद्यालय द्वारा जल संरक्षण को एक मिशन के रूप मे स्वीकार किये जाने पर चर्चा करते हुए राजनीति विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. पुष्पेंद्र कुमार मिश्र ने कहा कि महाविद्यालय गुलावठी मे बहने वाली काली नदी को गोद ले चुका है और अब शीघ्र ही स्वयंसेवको के योगदान से नदी पुनर्जीवन का कार्य शुरू किया जाएगा।

हिंदी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर संदीप कुमार सिंह ने कहा कि यदि हम दैनिक क्रियाओं में जल के उपयोग के समय जागरुक रहें तो जल सरंक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। रसायन विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. विनय कुमार सिंह ने कहा कि पृथ्वी में पेयजल की मात्रा सीमित है। जल के बिना जीवन संभव नहीं है इसलिए जल को आवश्यकतानुसार उपयोग में लाना चाहिए।

राष्ट्रीय सेवा योजना के सहायक कार्यक्रम अधिकारी डॉ. हरीश कुमार कसाना ने कहा कि जल प्रकृति द्वारा दिया गया अनमोल उपहार है इसे बचाकर रखना चाहिए।

स्वयंसेविका काजल यादव ने जल संरक्षण पर अपने विचार व्यक्त किए। स्वयंसेविका रिया गिरी ने ‘जल संरक्षण सबको सिखाएं’ कविता, पायल भिंडवाल अर्पिता गोयल ने ‘इक बार सोच के देख जरा, क्या जल बिना तुम जी पाओगे’ कविताओं के माध्यम से जल सरंक्षण के लिए प्रेरित किया। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी अवधेश कुमार सिंह ने सभी स्वयंसेवक एवं स्वयंसेविकाओं को ‘जल सरंक्षण की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर डॉ. पुष्पेंद्र कुमार मिश्र, पीयूष त्रिपाठी, भवनीत सिंह बत्रा तथा स्वयंसेवक और स्वयंसेविकाएं उपस्थित रहे।